CPU क्या है? और इसका full form क्या है? ( What is CPU in hindi )
CPU क्या है? और इसका क्या कार्य है?
क्या आपने पहले कभी CPU क्या है? के बारे में पढा है अगर नही पढा हैं तो आज इस post के माध्यम से CPU के बारे में सब कुछ बताऊगा। CPU क्या है? और CPU कैसे काम करता है। क्या आप को पता है। कि CPU को Computer का brain ( मस्तिष्क ) क्यो कहा जाता है। जिस प्रकार जब कोई व्यक्ति किसी से पूछता है तब सबसे पहले दूसरे व्यक्ति के दिमाग में वह बात जाता है और वह उसे सोचकर ही जवाब देता है। जब वह व्यक्ति सोचता है तब इस क्रिया को process कहते है।
क्योकि जब कोई व्यक्ति सोचता है तब उसका दिमाग में उस सवाल को लेकर process करता है। और तब जाकर उस सवाल का जवाब देता है।
तो आप सभी को थोडा सा अनुमान लगा होगा कि CPU क्या है। और इसका कार्य क्या होता है।
CPU क्या है और इसका परिभाषा ( What is CPU in hindi)-
CPU एक input device है यह computer का मुख्य भाग होता है इसके बिना कम्प्यूटर कुछ भी नही कर सकता है। जब हम keyboard के माध्यम से computer में कुछ data को लिखते है तो सबसे पहले वह data CPU के पास जाता है और CPU उसे process करता है उसके बाद वह computer तक उस data को भेजता है। इसलिए CPU को एक और नाम से जानते है। जिसका नाम processer है। अब इसे processer ही क्यो कहते है।
इसे processer कहने का मुख्य कारण यह है कि यह पहले किसी भी data को process करता है तब उसका results देता है। जैसा कि आप चित्र में देख सकते है।
CPU का full from-
CPU का full form ( central processing unit)
सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है। processer device कम्प्यूटर मे दिए गए data या information को बहुत कम समय में process करके user को output result दिखाता है। अब आप सभी सोच रहे होगें कि आखिर CPU काम कैसे करता है। तो आपको बता दू केवल यह work नही करता है इसके कुछ पार्ट होते है जो कि सबका अलग-अलग काम होता है।CPU के तीन भाग होते है। जो कुछ इस प्रकार से है-
1) C U ( Control unit )-
यह CPU का सबसे मुख्य भाग होता है इसका काम पुरे system को control करना होता है। input और output क्रियाओ को नियत्रिंत करता है और साथ ही साथ M U ( memory unit ) तथा A L U ( arthmetic logical unit ) के बीच परस्पर सम्पर्क बनाने का काम करता है।
2) A L U ( arthmetic logical unit )-
इसका काम logical से सम्बन्धित कार्यो को करना होता है। जैसे कि जोड, घटाना, गुणा, भाग आदि।
3) M U ( memory unit)-
यह CPU का वह भाग होता है जहाॅ पर data processing प्रक्रिया के दौरान data store रहता है। और जब कभी हमे किसी data की जरूरत हो तो इसे save करके रख सकते है। अब memory unit के भी दो भाग होते है-
a) primary memory
b) secondry memory
A) Primary Memory ( प्राथमिक मेमोरी )-
Primary memory computer का work संग्रहक होता है। यह कम्प्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है जहाॅ data progamme प्रक्रिया के दौरान स्थित रहता है और आवश्यकता पडने पर तत्काल present होते है। इस memory को प्राथमिक या main memory कहते है।
इसके भी दो भाग होते है-
1) RAM
2) ROM
1) RAM ( Randam Access Memory )-
RAM एक primary memory device है। जीसका कार्य कम्प्यूटर में display लाना होता है। ऐसा चिप जिसमे data का पठन (read) व संग्रहण (write) दोनो सम्भव होता है। यह कम्प्यूटर की अस्थायी memory होती है keyboard या अन्य किसी input device में स्वीकार किया गया data प्रक्रिया से पहले RAM में store रहता है और CPU द्वारा आवश्यकतानुसार वहाॅ से प्राप्त कर लिया जाता है।
RAM में data या programme स्थायीरूप से store रहता है। Computer को off करने या विघुत के चले जाने पर RAM में Sotre data मिट जाता है तो इसे अस्थायी memoryकहते है।
2)ROM ( Read Only Memory )-
यह भी एक primary memory है। इसमे memory चिप data memory को केवल Read किया जाता है। लेकिन यह स्थायी memory होती है। जिसमे Computer के निर्माण के समय programme संग्रहित किए जाते है। इस programme में data को नष्ट नही किया जा सकता है।
उन्हे केवल पढा जा सकता है इसलिए यह memory
Read Only Memory कहलाती है। विघुत सप्लाई चले जाने पर भी data sotre रहता है। इसे flash memory भी कहा जाता है।
ROM भी दो प्रकार के होते है-
1) P- ROM ( progammable read only memory)
2) EP- ROM ( Erastable progammable read only memory )
1) P-ROM-
यह एक ऐसा ROM होता है। जिसमें आवश्यकता होने पर विशेष उपकरणो द्वारा programme संग्रहित किए जा सकते है। एक के बाद एक संग्रहित होने के बाद उसे मिटाया नही जा सकता है।
2) EP- ROM-
यह P- ROM के समान होता है। लेकिन इसमे संग्रहित programme पैराबैगनी light के present में मिटाए जा सकते है।
और नई तकनीकि की EEP-ROM भी होते है। जिसे Electric method से मिटाए जा सकते है। EEP-ROM का Full form-
Electric Erasble Read Only Memory
B) Secondry Memory ( द्वितीयक मेमोरी )-
Secondry memory उस memory को कहते है जो कम्प्यूटर में द्वितीयक स्तर पर काम करती है और किसी data या programme को स्थायी रूप से store करके रखती है। और इसमे अधिक मात्रा में data को store करके रखा जा सकता है।
यह तीन प्रकार की होती है।
1) H. D ( Hard Disk )
2) F. D ( Flophy Disk )
3) C. D ( Compact Disk)
1) H.D ( Hard Disk )-
Hard Disk computer का सबसे बडा storage device है। जिसमे अधिक मात्रा में data store किया जाता है। इसे कम्प्यूटर की Secondry Memory भी कहा जाता है। H.D की Capcity G.B या T.B में मापते है।
H.D के दो Technic है-
a) PATA H.D ( Parallal Advance Technolgy Atachment )
b) SATA H.D ( Serial Advance Technolgy Atachment )
A) PATA HARD DISK-
Pata hard disk को मदरबोर्ड से जोडने के लिए Pata id connecter का उपयोग किया जाता है। Pata Hard Disk में 39 pin होते है।
B) SATA HARD DISK-
Sata hard disk को मदरबोर्ड से जोडने के लिए Sata id connecter का उपयोग करते है। Sata Hard Disk में 7 pin होते है।
तोआप सभी मेरा यह post कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना। मैं technical से सम्बन्धित article लिखता रहता हूॅ जो आपके बहुत काम आयेगा।
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